Sunday 10 September 2017

भूल गए है कही ज़िन्दगी का magic



ज़िन्दगी में अक्सर ढूंढते ढूंढते logic 
भूल गए है कही ज़िन्दगी का magic.. !!

करने की चाह में थोड़ा और dramatic,
हो रही है रफ़्तार इसकी थोड़ी सी tragic 

जो थी कभी किसी जमाने में classic 
हो चली पल पल जरा सी sarcastic 

बड़ी उम्मीद से निकल पड़ते है होके ecstatic 
खोजते राह आहिस्ते से तो मिल जाती है traffic 

fairy tale सी तो नहीं, फिर भी है fantastic 
ये ज़िन्दगी कुछ ग़मगीन, और कुछ romantic

थोड़ा खींच थोड़ा तान, बनके यु elastic 
बेफिक्र रहे, जीवन का सफर कटेगा automatic !!


23 comments:

  1. Good one ameya saheb...keep it up .

    Regards ,
    Rajeev kumar

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  2. Replies
    1. Much thanks for the kind words.. !! :)

      May I know who is this ?

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